सत्यार्थ प्रकाश का अध्ययन (हिन्दी पाठ्यक्रम)

पाठ्यक्रम शीर्षक: सत्यार्थ प्रकाश का अध्ययन

पाठ्यक्रम कोड: IC-001

क्रेडिट घंटे: 3

स्तर: स्नातक / स्नातकोत्तर

पाठ्यक्रम का विवरण:

यह पाठ्यक्रम स्वामी दयानन्द सरस्वती के प्रमुख ग्रंथ सत्यार्थ प्रकाश के माध्यम से उनके दार्शनिक, सामाजिक एवं धार्मिक सुधारवादी विचारों का विस्तारपूर्वक अध्ययन कराता है। मूलतः हिन्दी में रचित यह ग्रंथ वैदिक सिद्धांतों की तर्कपूर्ण व्याख्या करता है तथा अंधविश्वास, सामाजिक बुराइयों, कर्मकांड और पंथीय संकीर्णताओं की वैदिक समीक्षा प्रस्तुत करता है।

पाठ्यक्रम का उद्देश्य है स्वामी दयानन्द द्वारा वैदिक चिंतन, तर्क, नैतिकता, ईश्वरवाद तथा भारतीय नवजागरण में उनके योगदान को समझना।

पाठ्यक्रम के उद्देश्य:

इस पाठ्यक्रम को पूर्ण करने के पश्चात छात्र:

सत्यार्थ प्रकाश के प्रमुख विषय-वस्तु को समझ सकेंगे।

स्वामी दयानन्द द्वारा प्रतिपादित वैदिक एवं तार्किक सिद्धांतों का विश्लेषण कर सकेंगे।

पंथों, अंधश्रद्धा और कर्मकांड के प्रति उनके प्रमुख आलोचनाओं को समझ सकेंगे।

भारतीय समाज और राष्ट्रवाद पर उनके सुधार आंदोलन के प्रभाव का मूल्यांकन कर सकेंगे।

वैदिक दर्शन के आधार पर तार्किक और नैतिक चिंतन का विकास कर सकेंगे।

साप्ताहिक कार्यक्रम एवं पाठ्यक्रम संरचना:

मॉड्यूल I: स्वामी दयानन्द सरस्वती का जीवन और मिशन (सप्ताह 1)

जीवन परिचय और बौद्धिक यात्रा

आर्य समाज की स्थापना और उद्देश्य

सामाजिक, सांस्कृतिक एवं मत-मतान्तरों के सुधार में सत्यार्थ प्रकाश की भूमिका

पाठ्य सामग्री: सत्यार्थ प्रकाश – प्रस्तावना और भूमिका

मॉड्यूल II: वैदिक ईश्वरवाद और मूर्तिपूजा का खण्डन (सप्ताह 2–3)

वैदिक दर्शन में ईश्वर की संकल्पना

मूर्तिपूजा एवं बहुदेववाद का निषेध

वेदों की अपौरुषेयता

पाठ्य सामग्री: सत्यार्थ प्रकाश (अनुवाद – प्रो. रवि प्रकाश आर्य), अध्याय 1–3

ऋग्वेद भाष्य – स्वामी दयानन्द (ईश्वर विषयक मन्त्र)

मॉड्यूल III: वैदिक नैतिकता और तर्कशीलता के सिद्धांत (सप्ताह 4–5)

सत्य, अहिंसा, ब्रह्मचर्य, समाज सेवा

तर्क और शास्त्रार्थ की विधि

अंधविश्वास और तंत्र-मंत्र का विरोध

पाठ्य सामग्री: सत्यार्थ प्रकाश – अध्याय 4–5

Introduction to the Vedas – प्रो. आर.पी. आर्य

मॉड्यूल IV: हिन्दू परम्पराओं और संस्थाओं में सुधार (सप्ताह 6–7)

जाति-प्रथा और अस्पृश्यता की आलोचना

बाल विवाह का विरोध, विधवा विवाह का समर्थन

वैदिक शिक्षा और नारी upliftment

पाठ्य सामग्री: सत्यार्थ प्रकाश – अध्याय 6–7

मॉड्यूल V: अन्य धर्मों पर आलोचनात्मक विमर्श (सप्ताह 8–10)

ईसाई, इस्लाम, जैन, सिख धर्म पर समीक्षा

सम्मानपूर्वक एवं तार्किक आलोचना की पद्धति

पांथिक बहुलता पर स्वामी जी का दृष्टिकोण

पाठ्य सामग्री: सत्यार्थ प्रकाश – अध्याय 11–14

मॉड्यूल VI: वैदिक विज्ञान, ब्रह्माण्ड विज्ञान और शिक्षा (सप्ताह 11–12)

वैदिक दृष्टिकोण से सृष्टि और काल

प्राचीन भारतीय विज्ञान एवं मापन

गुरुकुल प्रणाली और आधुनिक प्रयोग

पाठ्य सामग्री: सत्यार्थ प्रकाश – अध्याय 8–10

Vedic Culture and Civilization – प्रो. आर.पी. आर्य

मॉड्यूल VII: स्वामी दयानन्द की सामाजिक एवं राजनैतिक विरासत (सप्ताह 13–14)

लालालाजपत राय, अरविन्द, भगत सिंह पर प्रभाव

शिक्षा और राष्ट्र जागरण में आर्य समाज की भूमिका

वैदिक धर्म का सार और सार्वभौमिक सुधार का आह्वान

पाठ्य सामग्री: सत्यार्थ प्रकाश – स्व मन्तव्यामन्तव्य विचार

मुख्य ग्रंथ:

स्वामी दयानन्द सरस्वती – सत्यार्थ प्रकाश (अनुवाद: प्रो. रवि प्रकाश आर्य)

प्रो. रवि प्रकाश आर्य – Introduction to the Vedas

प्रो. रवि प्रकाश आर्य – Vedic Culture and Civilization

स्वामी दयानन्द – ऋग्वेद भाष्य

पूरक स्रोत:

हरबिलास शारदा – स्वामी दयानन्द का जीवन और शिक्षाएँ

वैदिक साइंस मैगज़ीन – शिक्षा, विज्ञान एवं सुधार विषयक अंक

लाला लाजपत राय – आर्य समाज पर लेख

Course Fees: 

This course is a special variant. It is  offered free of charge to commemorate the 200th Birth Anniversary of Maharshi Dayanand Saraswati and 150th foundation year of Arya Samaj. The medium of instructions will be both Hindi and English. Participants are welcome to make voluntary donations at our donation page during or after the course to support our endeavor. 

 Course Start Dates:

All digital correspondence and video courses will be offered four times a year, scheduled in alignment with the Vedic Calendar.

1. Uttarāyaṇa Period (Winter Solstice):  Dec. 21 to  20 March

2. Devayāna Period (Vernal Equinox): 21 March to 20 June

3. Dakṣiṇāyana Period (Summer Solstice): 21 June to 22 Sept.

4. Pitṛyāna period (Autumn Equinox): 23 Sept. to 20 Dec.

Note: Course access will remain open only for the specified duration. Participants are advised to complete and access all course materials within this period, as access will not be available once the course window closes.

Registration is open

  •  Those who want to participate in the course can register hereunder: 

Commencement of Course:

  •  Commencement date of the course will be announced as soon as  60 registrations are received.  We encourage you to regularly check the portal for updates.